कोरोना की वजह से बद्रीनाथ धाम में नहीं मिलेगा पंचमेवा
कोरोना महामारी की असर भगवान बद्रीनाथ के धाम में भी हो रही हे । पहले तो यात्रा न होने की वजह से यात्री दुखी हे । अब भगवान के प्रसाद पर भी कोरोना का प्रभाव हो रहा है । भगवान को प्रतिदिन लगने वाले भोग के लिए तो धाम में अन्न का भंडार है। लेकिन श्रद्धालुओं की ओर से चढ़ाये जाने वाला प्रसाद में इस बार पंचमेवा की जगह में चौलाई के लड्डू लिए जायेंगे ।
क्यूंकि पंचमेवा का प्रसाद बाहरी राज्यों से बद्रीनाथ पहोचता है । जिसे कोरोना महामारी के चलते सुरक्षित नहीं मन जा रहा है । इसके विकल्प के तौर पर स्थानीय स्तर पर बनाये जाने वाले चौलाई के लड्डू लेने होंगे । पांडुकेश्वर और जोशीमठ क्षेत्र की महिलाओ ने लड्डू बनाने का कार्य शुरू कर दिया है ।
कपाट खुलने पर बद्रीनाथ में मौजूद रहेंगे सिर्फ ४० लोग
श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट ३० अप्रैल को खोले जाने हे । कोरोना के चलते कपट खुलने पे बद्रीनाथ में सिर्फ ४० लोग मौजूद रहेंगे । धाम के कपाट ३० अप्रैल को ४.३० बजे खोले जाने है । कोरोना संक्रमण की वजह से अभी तक यात्रा की तैयारियां शुरू नहीं हो पायी है ।
भगवान नारायण को चार बार लगता है भोग
पंचमेवा भोग
सुबह अभिषेक पूजा के समय पर यह भोग लगाते है । इस भोग में काजू, बादाम, छुआरा, मिश्री, चने की दाल शामिल है।
बाल भोग
सुबह ८ बजे लगाने वाले इस भोग में खीर शामिल है । जबकि पिंड भोग में ब्रह्मकपाल में पके चावल के पिंड दान किये जाते है ।
राज भोग
दोपहर में लगने वाले इस भोग में केसरिया चावल, दाल चावल, पकौड़े और बेसन के लड्डू शामिल है ।
शयन भोग
इसके तहत भगवान को दूध चावल का भोग लगाया जाता है ।